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Starlink device Seized in Manipur-मणिपुर में सुरक्षाबलों द्वारा हथियारों और संचार उपकरणों के एक जखीरे की बरामदगी के बाद स्टारलिंक इंटरनेट डिवाइस को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले में स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने इन दावों को “झूठा” करार दिया है। मस्क का कहना है कि स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट बीम भारत में कभी सक्रिय नहीं की गईं।
बरामदगी और विवाद की शुरुआत
मणिपुर (Manipur) में हाल ही में भारतीय सेना और असम राइफल्स ने संयुक्त अभियान के तहत कई जिलों में तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में चुराचांदपुर, चंदेल, इंफाल ईस्ट और कांगपोकपी जैसे क्षेत्रों से हथियारों, गोला-बारूद और अन्य “वार लाइक स्टोर्स” की बड़ी खेप बरामद की गई। सुरक्षाबलों ने इन बरामद वस्तुओं की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें एक इंटरनेट डिवाइस दिखाई दे रही थी, जिसके लोगो को स्टारलिंक का लोगो बताया जा रहा था।
Acting on specific intelligence, troops of #IndianArmy and #AssamRifles formations under #SpearCorps carried out joint search operations in the hill and valley regions in the districts of Churachandpur, Chandel, Imphal East and Kagpokpi in #Manipur, in close coordination with… pic.twitter.com/kxy7ec5YAE
— SpearCorps.IndianArmy (@Spearcorps) December 16, 2024
भारतीय सेना की स्पीयर कॉर्प्स ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा कि विशेष जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया गया और बड़ी संख्या में 29 हथियार, जिनमें स्नाइपर, ऑटोमेटिक राइफल, पिस्तौल, ग्रेनेड, गोला-बारूद और स्थानीय रूप से बने मोर्टार शामिल थे, बरामद किए गए। इसके साथ ही एक इंटरनेट डिवाइस भी मिली, जिस पर RPF/PLA (रेवोल्यूशनरी पीपल्स फ्रंट/पीपल्स लिबरेशन आर्मी) अंकित था।
एलन मस्क का स्पष्टीकरण
एक उपयोगकर्ता ने मणिपुर में बरामद डिवाइस की फोटो साझा करते हुए लिखा, “😯 @Starlink का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा किया जा रहा है। उम्मीद है कि एलन मस्क इस पर ध्यान देंगे और इस तकनीक के गलत इस्तेमाल को रोकेंगे।”
This is false. Starlink satellite beams are turned off over India.
— Elon Musk (@elonmusk) December 17, 2024
इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए एलन मस्क ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह दावा झूठा है। स्टारलिंक की सैटेलाइट बीम भारत में बंद हैं।”
इसके बाद एक अन्य पोस्ट के जवाब में मस्क ने दोहराया, “स्टारलिंक की इंटरनेट बीम भारत में कभी चालू ही नहीं हुईं।”
भारत में स्टारलिंक की स्थिति
यहां यह समझना जरूरी है कि स्टारलिंक को भारत में काम करने के लिए अभी तक सरकार से लाइसेंस नहीं मिला है। ऐसे में इस डिवाइस की प्रामाणिकता और वैधता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यदि यह वास्तव में स्टारलिंक का उपकरण है, तो यह भारत में कैसे पहुंचा और किसने इसका उपयोग किया, यह जांच का विषय है।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती
बरामद उपकरण को लेकर मणिपुर में यह मामला न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है। स्टारलिंक जैसी उन्नत तकनीक का कथित गलत इस्तेमाल आतंकवादी संगठनों द्वारा किया जा सकता है, जो भविष्य में सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकता है।
प्रश्नोत्तर (FAQs)
- स्टारलिंक डिवाइस का विवाद क्या है?
मणिपुर में सुरक्षाबलों ने हाल ही में एक तलाशी अभियान में इंटरनेट डिवाइस बरामद की, जिसे स्टारलिंक का डिवाइस बताया जा रहा है। - एलन मस्क ने क्या कहा है?
एलन मस्क ने कहा कि यह दावा झूठा है और स्टारलिंक की सैटेलाइट बीम भारत में कभी सक्रिय नहीं रही हैं। - स्टारलिंक को भारत में काम करने की अनुमति है?
नहीं, स्टारलिंक को भारत में काम करने के लिए अभी तक लाइसेंस नहीं मिला है। - सुरक्षाबलों ने कौन-कौन से सामान बरामद किए?
सुरक्षाबलों ने 29 हथियार, गोला-बारूद, ग्रेनेड, स्नाइपर राइफल और संचार उपकरण बरामद किए हैं। - क्या बरामद उपकरण स्टारलिंक का था?
इस डिवाइस की प्रामाणिकता की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। इसकी जांच की जा रही है।