Image Credit-X
Kanpur News-कानपुर में हुए चर्चित एकता हत्याकांड में पुलिस को जांच के दौरान नया सुराग हाथ लगा है। पुलिस ने आरोपी विमल के मोबाइल से कई महिलाओं के नंबर और उनसे की गई चैट्स बरामद की हैं। जांच में सामने आया कि कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस ने विमल के बैग से तीन मोबाइल जब्त किए, जिनमें से दो चालू अवस्था में थे, जबकि एक बंद पाया गया। इन चैट्स में आरोपी द्वारा महिलाओं से अजीब-अजीब सवाल पूछने की बातें सामने आई हैं।
दलिया और फल के स्वाद पर बातें
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विमल की एक चैट में महिला से दलिया का स्वाद मीठा या फीका होने के बारे में पूछा गया। वहीं, एक अन्य चैट में महिला से यह सवाल किया गया कि उसे फल में क्या पसंद है, जिसके जवाब में विमल ने केले का फोटो भेजा था। विमल की इन हरकतों से उसके इरादों पर संदेह गहराता जा रहा है, और पुलिस इस चैट के पीछे छिपे मकसद को समझने का प्रयास कर रही है।
महिलाओं को चर्बी घटाने के टिप्स भी दिए
विमल की चैट्स में यह भी पाया गया कि उसने कई महिलाओं को एक्सरसाइज और थकान घटाने के टिप्स दिए थे। इसके अलावा, वह चर्बी घटाने के भी सुझाव देता नजर आया। पुलिस को संदेह है कि विमल महिलाओं से करीबी बढ़ाने के लिए इस प्रकार की बातें किया करता था। पुलिस अब फॉरेंसिक और वैज्ञानिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके आधार पर चार्जशीट तैयार की जाएगी।
डीसीपी का बयान और फॉरेंसिक जांच की प्रगति
डीसीपी श्रवण कुमार सिंह के अनुसार, कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किए हैं। जांच के लिए 22 सैंपल फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं और जल्द रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट के आधार पर चार्जशीट दाखिल कर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश की जाएगी ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
जिम से एकत्रित किए गए फिंगरप्रिंट
शुक्रवार को ग्रीनपार्क के जिम का निरीक्षण करते हुए पुलिस ने वहां से फिंगरप्रिंट और अन्य सबूत जुटाए। पुलिस ने ट्रेडमिल और बेंच से फिंगरप्रिंट इकट्ठा किए, जबकि जिम में मौजूद नौ लोगों के बयान भी दर्ज किए। एकता के बारे में लोगों ने उसे हंसमुख और सभी से घुलने-मिलने वाली बताया, जबकि विमल को गुप्त बातें छुपाने वाला बताया।
ऑफिसर्स क्लब से जुटाए गए अतिरिक्त सबूत
कानपुर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का नाट्य रूपांतरण करते हुए ऑफिसर्स क्लब से भी फावड़े के हैंडल, दरवाजे और ताले से फिंगरप्रिंट लिए। इसके साथ ही उस चाबी का प्रिंट भी लिया गया, जो विमल के पास थी। पुलिस का मानना है कि ये सबूत मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
हत्या में प्रयुक्त कार से प्राप्त किए गए साक्ष्य
हत्या में प्रयुक्त कार की भी फॉरेंसिक जांच की गई, जिसमें कार के भीतर और बाहर से साक्ष्य एकत्र किए गए। स्टेयरिंग, गेयर और हैंडल से स्क्रैच के निशान इकट्ठे किए गए, साथ ही कार के भीतर मिली रस्सी, टूटा हुआ क्लेचर, टूटी चूड़ियां और मैट की धूल का भी नमूना लिया गया। हालाँकि, बारिश के कारण विमल के फिंगरप्रिंट नहीं मिल सके थे।
चार्जशीट 90 दिनों में दाखिल करने की तैयारी
डीसीपी एसके सिंह ने बताया कि हत्या के मामलों में सामान्यतः 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल की जाती है। इस मामले में भी रिपोर्ट मिलने के बाद चार्जशीट फाइल की जाएगी। पुलिस का लक्ष्य है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए ताकि आरोपी को शीघ्र सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय प्राप्त हो।
विमल के कस्टडी रिमांड से पुलिस संतुष्ट नजर आ रही है, परंतु पीड़ित परिवार को अभी तक उनके सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिल सके हैं। कस्टडी के दौरान पुलिस ने कई सवाल पूछे, लेकिन विमल ने ज्यादातर सवालों का जवाब देने से बचते हुए चुप्पी साधे रखी। पुलिस का मानना है कि विमल का यह व्यवहार शातिर दिमाग का संकेत है, और वह हर सवाल को टालने की कोशिश कर रहा है।