चिन्मय कृष्ण दास/image credit-X
KANPUR-कानपुर में बांग्लादेशी हिंदू रक्षा संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने 10 दिसंबर को बड़ा चौराहा (BADA CHAURAHA) पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। इस धरने में शहर के सभी प्रमुख मंदिरों के महंत शामिल होंगे। सिविल लाइंस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान हनुमान मंदिर के महंत जितेंद्र दास महाराज, अरुण पुरी महाराज, रमाकांत महाराज और बाबा आनंदेश्वर मंदिर के महंत अरुण भारती ने बांग्लादेश में हो रही हिंदू विरोधी हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाई जाएगी।
इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर रोष
महंतों ने बांग्लादेश सरकार द्वारा इस्कॉन (ISCKON) के चिन्मय कृष्ण दास (CHINMAYA KRISHNA DAS) की गिरफ्तारी और उनके वकील पर हुए जानलेवा हमले की निंदा की। उन्होंने इसे हिंदू समाज पर सीधा हमला बताया और बांग्लादेश सरकार से मांग की कि चिन्मय कृष्ण दास को तुरंत रिहा किया जाए। महंतों ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह बांग्लादेश सरकार पर कूटनीतिक दबाव बनाए, ताकि वहां के हिंदुओं को सुरक्षा और न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भारत के हिंदू समाज को भी एकजुट होकर अपना समर्थन देना चाहिए।
मंडलायुक्त को सौंपा जाएगा ज्ञापन
धरने के बाद, बांग्लादेशी हिंदू रक्षा संघर्ष समिति मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपेगी। इस ज्ञापन में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने और इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की जाएगी। महंतों ने कहा कि यह केवल बांग्लादेश का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में हिंदू समाज को ऐसे मामलों में एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। उन्होंने सभी हिंदू संगठनों और समाज के अन्य वर्गों से इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की।