महा विकास अघाड़ी है औरंगज़ेब फैन क्लब: अमित शाह का उद्धव ठाकरे पर हमला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने महाराष्ट्र के धुले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) को ‘औरंगज़ेब फैन क्लब’ करार दिया। शाह ने शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता बाल ठाकरे के सिद्धांतों को छोड़कर उन दलों के साथ हाथ मिला लिया है जो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध करते थे। शाह ने ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “अघाड़ी सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करना चाहती है और सत्ता पाने के लिए उद्धव जी ने बालासाहेब ठाकरे के सभी सिद्धांतों को भुला दिया है।”

औरंगाबाद के नामकरण और धारा 370 के मुद्दे पर उठाए सवालAmit Shah attacks on Uddhav Thackeray

अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया कि वह उन पार्टियों के साथ खड़े हैं जो औरंगाबाद के नामकरण, धारा 370 को समाप्त करने और पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करती हैं। शाह ने कहा, “महाराष्ट्र की जनता के सामने आज दो स्पष्ट पक्ष हैं – एक अघाड़ी, जो औरंगज़ेब के विचारों का समर्थन करती है, और दूसरी महायूति जो छत्रपति शिवाजी महाराज और वीर सावरकर के सिद्धांतों का अनुसरण करती है।” महायूति में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं, जो MVA (कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना UBT) के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रही है।

‘महायूति का मतलब विकास, अघाड़ी का मतलब विनाश’

शाह ने महायूति और अघाड़ी के बीच अंतर को स्पष्ट करते हुए कहा कि महायूति विकास के लिए प्रतिबद्ध है जबकि अघाड़ी विनाश का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “आपको तय करना होगा कि सत्ता में उन लोगों को लाना है जो विकास करते हैं या उन लोगों को जो विनाश का कारण बनते हैं।” शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश अधिक समृद्ध और सुरक्षित हुआ है। उन्होंने दावा किया कि 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।

मुस्लिम आरक्षण पर राहुल गांधी को चेतावनी

शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुस्लिम आरक्षण की मांग कभी पूरी नहीं होगी, क्योंकि यह अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कोटे में कटौती किए बिना संभव नहीं है। शाह ने कहा, “राहुल बाबा, चाहे आपकी चौथी पीढ़ी भी आ जाए, तो भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के आरक्षण को मुस्लिमों को देने के लिए नहीं काटा जा सकता।” उन्होंने यह बात महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को होने वाले मतदान के मद्देनजर कही।

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