MAHAKUMBH 2025-महाकुंभ में हाईटेक सुरक्षा इंतजाम, इंटेलिजेंस स्क्वॉड चप्पे चप्पे पर रखेगी नजर

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महाकुंभ नगर-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (YOGI ADITYANATH) के निर्देशानुसार, महाकुंभ 2025 को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। प्रयागराज (PRAYAGRAJ) और आस-पास के जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, विशेष रूप से मंदिरों और प्रमुख स्थलों पर। महाकुंभ नगर (MAHAKUMBH NAGAR) पुलिस ने पूरे क्षेत्र में तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की है जिसमें अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की “डिजिटल महाकुंभ” की परिकल्पना के तहत मेले में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस कैमरों की तैनाती की गई है। इसके अलावा ड्रोन, एंटी-ड्रोन और टेथर्ड ड्रोन का उपयोग कर निगरानी प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है। इन तकनीकों का उद्देश्य सुरक्षा निगरानी को आसान और प्रभावी बनाना है।

चौकियों और जांच केंद्रों की स्थापना

महाकुंभ में आने वाले हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित करने के लिए कई चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। महाकुंभ नगर पुलिस ने पूरे क्षेत्र को छोटे-छोटे सेक्टरों में विभाजित कर प्रत्येक क्षेत्र में सघन जांच अभियान चलाया है। सभी प्रवेश बिंदुओं पर आधुनिक उपकरणों के साथ सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि हर आगंतुक का सत्यापन हो और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस बार के महाकुंभ को यादगार बनाने के लिए अत्याधुनिक और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत आगंतुकों के लिए विशेष सॉफ्टवेयर आधारित सत्यापन प्रणाली भी शुरू की गई है, जो भीड़ प्रबंधन में सहायक होगी।

इंटेलिजेंस स्क्वॉड की सक्रियता

महाकुंभ क्षेत्र में तीन-स्तरीय खुफिया प्रणाली लागू की गई है। खुफिया दस्ते हर समय संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तत्पर हैं। इन दस्तों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है ताकि वे आपात स्थितियों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर सकें।

खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में सुरक्षा टीमें काम कर रही हैं। इसके अलावा प्रमुख मंदिरों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष टीमें तैनात की गई हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर कोना सुरक्षित हो और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।

साइबर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था

महाकुंभ में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए भी व्यापक कदम उठाए गए हैं। साइबर गश्ती बढ़ा दी गई है और साइबर अपराध रोकने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। सुरक्षा तंत्र में साइबर पुलिस को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं ताकि ऑनलाइन धोखाधड़ी या साइबर हमलों से बचा जा सके।

साइबर सुरक्षा उपायों के तहत मेले के दौरान डिजिटल लेन-देन और संचार को सुरक्षित रखने के लिए उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया गया है कि हर श्रद्धालु को एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण मिले।

भीड़ प्रबंधन और विशेष व्यवस्थाएं

महाकुंभ के दौरान लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात नियंत्रण के लिए विशेष पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा, सूचना काउंटर और हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में मदद तुरंत पहुंच सके।

मेले में लगे हर कर्मचारी को आपातकालीन स्थिति में कार्य करने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही, हर सेक्टर में चिकित्सा सुविधाएं और एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई गई है ताकि किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति में तेजी से मदद मिल सके।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान

महाकुंभ 2025 (MAHAKUMBH 2025) को सुरक्षित और यादगार बनाने के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर श्रद्धालु को सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिले। मंदिरों, घाटों और अन्य धार्मिक स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।

पुलिस और खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल कर काम कर रही सुरक्षा टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि हर गतिविधि पर नजर रखी जाए। इस व्यापक सुरक्षा तंत्र का उद्देश्य यह है कि श्रद्धालु निश्चिंत होकर अपनी धार्मिक आस्था को व्यक्त कर सकें और महाकुंभ का आनंद ले सकें।

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