JAL JEEVAN MISSION UP- 33,000 से अधिक परियोजनाओं में सौर ऊर्जा का उपयोग: उत्तर प्रदेश में हरित ऊर्जा की ओर बढ़ते कदम

image credit-social media

LUCKNOW, 7 दिसंबर-उत्तर प्रदेश (UTTAR PRADESH) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (YOGI ADITYANATH) ने पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए राज्य में जल जीवन मिशन (JAL JEEVAN MISSION) के तहत सौर ऊर्जा (SOLAR POWER) का बड़े पैमाने पर उपयोग शुरू करवाया है। इस पहल का उद्देश्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में सालाना करीब 13 लाख मीट्रिक टन की कटौती करना है। इसके साथ ही पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर होने वाले खर्च में कमी लाकर सरकारी खजाने को मजबूत करना और पर्यावरण के अनुकूल शासन का उदाहरण प्रस्तुत करना है।

जल जीवन मिशन: प्रगति की समीक्षा

हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (YOGI ADITYANATH) ने अधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि राज्य में इस मिशन के तहत कुल 40,951 योजनाएं संचालित हैं। इनमें शामिल हैं:

  • 204 योजनाएं जो सतह जल स्रोतों पर आधारित हैं (फेज-1)।
  • 7,504 योजनाएं, जो बिजली आधारित भूजल स्रोतों का उपयोग करती हैं।
  • 14 योजनाएं, सतह जल स्रोतों पर आधारित (फेज-4)।
  • 33,229 योजनाएं, जो सौर ऊर्जा आधारित भूजल स्रोतों से संचालित हैं।

इन 33,229 सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं से राज्य को योजना की अवधि में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है।

यह भी पढ़ें-दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,भक्तों को मिलेगा बाबा विश्वनाथ का लाइव दर्शन

सौर ऊर्जा का उपयोग: एक हरित पहल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा को जल जीवन मिशन में प्रमुख स्थान दिया है। इसके तहत लगभग 900 मेगावाट की संयुक्त क्षमता वाले सौर पैनल स्थापित किए गए हैं। इस अभिनव कदम को केंद्र सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रैक्टिस के रूप में मान्यता दी गई है।

सौर ऊर्जा आधारित इन योजनाओं का उद्देश्य सिर्फ लागत में कमी करना ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देना है। अनुमान है कि इससे हर साल करीब 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। इसके अलावा, राज्य अगले 30 वर्षों में लगभग 390 लाख कार्बन क्रेडिट भी अर्जित कर सकता है। यह कदम उत्तर प्रदेश की स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

उत्तर प्रदेश का “ग्रीन स्टेट” बनने का सपना

जल जीवन मिशन के तहत सौर ऊर्जा के उपयोग से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि यह राज्य को “ग्रीन स्टेट” में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं से राज्य की ऊर्जा लागत में भारी कमी आ रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मिशन के तहत पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने में अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मॉडल भी बन रही है।

जल जीवन मिशन: राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन में सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की पहल को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा है। इसने अन्य राज्यों को भी इस मॉडल को अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

उत्तर प्रदेश ने इस मिशन के माध्यम से यह सिद्ध किया है कि नवाचार और मजबूत इच्छाशक्ति से पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक बचत को एक साथ साधा जा सकता है। जल जीवन मिशन का यह मॉडल न केवल जल संकट को हल करने में मदद कर रहा है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को भी प्रोत्साहित कर रहा है।

Leave a Comment