Kanpur News-वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए चार साल में मिले 337 करोड़ , फिर भी काम अधूरा

प्रतीकात्मक चित्र

Kanpur Nagar Nigam-कानपुर में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए पिछले चार वर्षों में पर्यावरण मंत्रालय ने 337 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 148 करोड़ रुपये मिले, जिसका उपयोग सड़कों को गड्ढामुक्त करने, फुटपाथों पर इंटरलाकिंग टाइल्स लगाने, मियावाकी पद्धति से पौधरोपण, पार्कों के सुधार और ग्रीनबेल्ट विकसित करने में किया गया। इन उपायों से वायु की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ। हालांकि, धन का पूरा उपयोग न होने के कारण अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस मद में कोई धनराशि आवंटित नहीं की गई।

फिर 2023-24 में 83 करोड़ रुपये मिले, जिससे वायु गुणवत्ता में और सुधार के लिए रोड स्वीपिंग मशीन, एंटी स्मॉग गन और ग्रीनबेल्ट विकास जैसी परियोजनाएं शुरू की गईं। इन प्रयासों से शहर में “गुड-डे” (बेहतर वायु गुणवत्ता वाले दिन) बढ़ने लगे। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में, मंत्रालय ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए 106 करोड़ रुपये आवंटित किए।

सुधार के उपायों पर लापरवाही, धूल खा रही फाइलें

शहर में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए कई योजनाएं बनाई गईं, जिनमें सड़कों को गड्ढामुक्त करना, बचे हुए फुटपाथों पर इंटरलाकिंग टाइल्स बिछाना, ग्रीनबेल्ट विकसित करना, उजड़े पार्कों का पुनर्विकास और नई सफाई मशीनें खरीदना शामिल था। इन प्रस्तावों को नगर आयुक्त सुधीर कुमार को चार महीने पहले भेजा गया, लेकिन अब तक इन पर कोई काम शुरू नहीं हुआ। फाइलें धूल खा रही हैं, और प्रदूषण के बढ़ते खतरे के बीच अधिकारी उदासीन बने हुए हैं।

प्रदूषण के उपाय: क्या किया और क्या रह गया अधूरा

kanpur, kanpur news, kanpur police, kanpur nagar nigam, kanpur pollution, kanpur weather update, Kanpur News in Hindi, Latest Kanpur News in Hindi, Kanpur Hindi Samachar, कानपुर, कानपुर न्यूज, कानपुर क्राइम न्यूज

नगर निगम ने पहले दो एंटी स्मॉग गन, छह बड़ी रोड स्वीपिंग मशीनें, तीन मिनी रोड स्वीपिंग मशीनें और दो लिटर पिकर मशीनें खरीदीं। साथ ही बाबाकुटी चौराहे से यशोदानगर बाईपास तक ग्रीनबेल्ट विकसित की गई। लेकिन समय पर कार्य न होने के कारण कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं अधूरी रह गईं। सड़कों की मरम्मत, पार्कों के पुनर्विकास और पौधरोपण जैसे कार्य अब भी लंबित हैं।

वायु गुणवत्ता और बजट का विश्लेषणAir Quality Index in Kanpur

वायु प्रदूषण के हिसाब से कानपुर की स्थिति चिंताजनक है। सर्दी के मौसम में पारा गिरने के साथ वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) के मानकों के अनुसार, 0-50 के बीच “ग्रीन” स्थिति होती है, जबकि 401 से अधिक का स्तर “गंभीर” माना जाता है। शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, यदि योजनाओं को समय पर लागू नहीं किया गया तो स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

आंकड़ों में वायु प्रदूषण नियंत्रण का बजट

  • 2021-22: 148 करोड़ रुपये
  • 2022-23: कोई आवंटन नहीं
  • 2023-24: 83 करोड़ रुपये
  • 2024-25: 106 करोड़ रुपये

योजनाओं पर कार्रवाई की जरूरत

कानपुर में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए बजट का आवंटन किया गया है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण योजनाएं कागजों तक ही सीमित रह गई हैं। अगर समय रहते इन परियोजनाओं को पूरा नहीं किया गया, तो वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।

1 thought on “Kanpur News-वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए चार साल में मिले 337 करोड़ , फिर भी काम अधूरा”

Leave a Comment