Maharashtra exit polls-महाराष्ट्र में आज हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल के नतीजों में महायुति (NDA) को बढ़त मिलने का अनुमान है। पी-मार्क (P-MARQ) के अनुसार, महायुति 137 से 157 सीटें जीत सकती है, जबकि महाविकास अघाड़ी (MVA) के खाते में 126 से 146 सीटें आने का अनुमान है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर हुए इस चुनाव में मुकाबला बेहद कड़ा रहा, लेकिन महायुति को निर्णायक बढ़त मिलने की संभावना जताई जा रही है।
महाराष्ट्र का राजनीतिक रण: महायुति बनाम महाविकास अघाड़ी
चुनाव में महायुति गठबंधन, जो भाजपा के देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना (शिंदे गुट) के एकनाथ शिंदे और राकांपा (अजित पवार गुट) के नेतृत्व में है, महाविकास अघाड़ी से सीधा मुकाबला कर रहा है। एमवीए गठबंधन में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं।
चुनाव के दौरान कुछ सीटों पर परिवारिक मतभेद भी देखने को मिला। बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने ही भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। नागपुर साउथ वेस्ट सीट पर देवेंद्र फडणवीस का सामना कांग्रेस के प्रफुल्ल गुढ़ाडे से है, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कोपरी-पाचपखाड़ी सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के आनंद दिघे से मुकाबला कर रहे हैं।
राजनीतिक समीकरण इस बार पूरी तरह बदले नजर आ रहे हैं। परंपरागत पार्टी निष्ठाएं कमजोर हो रही हैं और मतदाता व्यक्तिगत उम्मीदवारों और स्थानीय मुद्दों, जैसे महंगाई और बेरोजगारी को प्राथमिकता दे रहे हैं।
एग्जिट पोल अनुमानों का तुलनात्मक अध्ययन
एग्जिट पोल में महायुति को मजबूत बढ़त मिलने का अनुमान है, लेकिन विभिन्न सर्वेक्षणों के आंकड़ों में थोड़ी भिन्नता है।
सर्वेक्षण | महायुति | महाविकास अघाड़ी | अन्य |
---|---|---|---|
P-MARQ | 137-157 | 126-146 | 02-08 |
पीपल्स पल्स | 175-195 | 85-112 | 07-12 |
मेट्राइज़ | 150-170 | 110-130 | 08-10 |
लोकशाही-मराठी रुद्र | 128-142 | 125-140 | 18-23 |
पीपल्स पल्स सर्वे ने महायुति को 175-195 सीटें दी हैं, जो सबसे अधिक है, जबकि लोकशाही-मराठी रुद्र ने महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच लगभग बराबरी का मुकाबला दिखाया है।
पिछली भविष्यवाणियों पर नजर
2019 के महाराष्ट्र चुनावों में एग्जिट पोल ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए भारी जीत की भविष्यवाणी की थी, लेकिन असल में एनडीए को केवल 161 सीटें मिलीं। करीब 46 सीटों का ओवरएस्टीमेशन हुआ, जिससे सर्वेक्षणों की सटीकता पर सवाल उठे। दूसरी ओर, झारखंड में एग्जिट पोल ने जेएमएम गठबंधन की जीत सही भविष्यवाणी की थी।
2024 के चुनाव में एग्जिट पोल के विश्लेषकों और राजनीतिक विशेषज्ञों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस बार के अनुमान कितने सटीक साबित होते हैं। बदलते राजनीतिक परिदृश्य और मतदाताओं के व्यवहार ने चुनावी भविष्यवाणी को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।