Guyana-गुयाना: पीएम मोदी के नेतृत्व में नयी इबारत लिखता भारत

PM Modi in Guyana– भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) हाल में दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना की आधिकारिक यात्रा पर हैं ,ऐसा करने वाले वह प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री हैं।


गुयाना में हमेशा भारतीय मूल का ही व्यक्ति प्रधानमंत्री बनता है। वासुदेव पांडे , छेदी जगन, छेदी जगन की पत्नी जेनेट जगन और अभी गुयाना के प्रधानमंत्री इरफान अली (irfaan Ali) हैं जिनके पूर्वज आजमगढ़ के मूल निवासी हैं।
गुयाना की राजभाषा भोजपुरी है और अगर आप मैप देखेंगे तो प्रशांत महासागर और कैरेबियन सागर के पास स्थित गुयाना लैटिन अमेरिका और उत्तर अमेरिका के बीच बेहद स्ट्रैटेजिक पॉइंट पर स्थित है।

गुयाना, दक्षिण अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट पर स्थित, एक छोटा लेकिन सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है। यह देश अपने प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक विविधता और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है। गुयाना का अर्थ है “पानी का देश,” और यह नाम इसकी विशाल नदियों, झरनों और वन्य जीवन से मेल खाता है।

गुयाना का परिचय

गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन है और यह देश दक्षिण अमेरिका के उन कुछ देशों में से है जहां मुख्य भाषा अंग्रेजी है। इसकी सीमा उत्तर में अटलांटिक महासागर, पूर्व में सूरीनाम, दक्षिण और पश्चिम में ब्राजील, और पश्चिम में वेनेजुएला से लगती है। गुयाना का क्षेत्रफल लगभग 214,970 वर्ग किलोमीटर है और जनसंख्या लगभग 8 लाख है।
गुयाना का इतिहास उपनिवेशवाद से जुड़ा है। यह 1966 में यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्र हुआ। देश में भारतीय, अफ्रीकी, यूरोपीय और अमरीकी मूल के लोगों का मिश्रण है, जो इसे एक बहुसांस्कृतिक समाज बनाता है।

प्राकृतिक सौंदर्य और अर्थव्यवस्था

गुयाना का अधिकांश भाग घने वर्षा वनों और नदियों से घिरा हुआ है। काईटूर जलप्रपात, जो दुनिया के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है, गुयाना का प्रमुख पर्यटन आकर्षण है। देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, खनन (विशेष रूप से बॉक्साइट और सोना), और हाल ही में तेल उत्पादन पर आधारित है।

गुयाना में 2015 में तेल के विशाल भंडार की खोज की गई, जिसने देश की आर्थिक स्थिति में भारी सुधार किया। आज, गुयाना दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते जीडीपी वाले देशों में से एक है।

भारत और गुयाना के संबंध

भारत और गुयाना के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। 19वीं शताब्दी में भारतीय श्रमिक गुयाना आए और आज, भारतीय मूल के लोग गुयाना की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा हैं।

  1. राजनीतिक संबंध: भारत और गुयाना ने स्वतंत्रता के बाद से घनिष्ठ राजनयिक संबंध बनाए रखे हैं। दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय मंचों जैसे संयुक्त राष्ट्र और कॉमनवेल्थ में सहयोग करते हैं।
  2. आर्थिक सहयोग: भारत ने गुयाना को कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा में तकनीकी और आर्थिक सहायता प्रदान की है।
  3. सांस्कृतिक आदान-प्रदान: भारतीय त्योहार जैसे दिवाली और होली गुयाना में बड़े पैमाने पर मनाए जाते हैं। बॉलीवुड फिल्में और भारतीय संगीत भी यहां काफी लोकप्रिय हैं।

एफएक्यू: भारत-गुयाना संबंध

प्रश्न 1: गुयाना में भारतीय मूल के लोग कितने प्रतिशत हैं?
उत्तर: गुयाना की कुल जनसंख्या में लगभग 40% लोग भारतीय मूल के हैं।

प्रश्न 2: भारत ने गुयाना को कौन-कौन सी सहायता दी है?
उत्तर: भारत ने गुयाना को स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहायता दी है।

प्रश्न 3: कौन-कौन से भारतीय त्योहार गुयाना में मनाए जाते हैं?
उत्तर: दिवाली, होली और नवरात्रि जैसे त्योहार गुयाना में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं।

प्रश्न 4: गुयाना का मुख्य व्यापारिक क्षेत्र क्या है?
उत्तर: तेल और गैस उत्पादन, बॉक्साइट खनन, और चीनी उत्पादन गुयाना की अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र हैं

गुयाना अपने प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। भारत के साथ इसके ऐतिहासिक संबंध इसे और विशेष बनाते हैं। तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था और भारतीय मूल के लोगों की मजबूत उपस्थिति ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और भी प्रगाढ़ बना दिया है।

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